1 Part
34 times read
5 Liked
"बचपन" जब जब देखूं बच्चों को रोते गाते हँसते खेलते आंखों से झलकती शैतानी कोनों में बैठकर छिप छिप कर करते हैं वो अपनी मनमानी मन मेरा मारे किलकारी खो जाऊं ...